जीवन

 मै आपने जीवन में "जीवन"का सही अर्थ खोज रहा हु, जीवन क्या है ?

हमने अनेक लोगो से तथा किताबो में पढ़े और सुने की जीवान एक गुण है, जिसमे क्रियाशीलता हमेशा होती है,वह भी हर परिस्थिती में।

किंतु जीवन सिर्फ़ चलते रहना तथा बड़ना नही हैं, हां अगर ये सब एक पौधे में होता है और अन्य जीवों में है तो मानते है। ,किंतु मनुष्य में यह सही नहीं है होगा क्योंकि मनुष्य का विकास बदलाव जीवन जीना नहीं है वह तो जीवन करना है।

जीवन तो स्वार्थ भी नही है, वह तो निस्वार्थ है।

जीवन जीना तो एक खुशी है जो एक आत्मिक खुशी है जो हम अक्सर छोटे से बच्चे में देखते है।

आत्मिक अनुभूति है जो हमे किसी असहाय की मदद करके मिलती है।

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